One Nation One Fertilizer Scheme Kya Hai | एक देश एक उर्वरक योजना का उद्देश्य एवं लाभ | वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम की विशेषताएं | प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना
आज के समय में किसानों को गुणवत्ता वाली फसल उगाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले खाद और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, लेकिन देश में बढ़ती कीमतों, कालाबाजारी और खाद की मिलावट के कारण किसानों को खेती करते समय कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार “वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम” शुरू करने की योजना बना रही है ताकि किसानों को रबी और खरीफ सीजन के दौरान आसानी से कम कीमत पर उर्वरक और पोषक तत्व मिल सकें।
इस योजना के तहत, भारत में विभिन्न कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरकों और पोषक तत्वों को “भारत उर्वरक” के नाम से बेचा जाएगा। इसका मतलब है कि भारत में केवल “भारत उर्वरक” के नाम से उर्वरक और पोषक तत्व बेचे जाएंगे। हम अपने किसान भाइयों से आग्रह करते हैं कि इस लेख को पूरा पढ़ें क्योंकि यह लेख आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। आज हम आपको वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं।
प्रधान मंत्री किसान निधि योजना
वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम संक्षिप्त विवरण
योजना का नाम | एक देश एक उर्वरक |
शुरू की गई | केंद्र सरकार द्वारा |
लांच की गई | प्रधानमंत्री जन उर्वरक परियोजना के तहत |
लाभार्थी | देश के सभी किसान भाई |
उद्देश्य | उर्वरक-खाद को बाजार में एक ही ब्रांड “भारत ब्रांड” के नाम से बेचना |
योजना की श्रेणी | केंद्रीय योजना |
साल | 2023 |
Category | Central Government Scheme |
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One Nation One Fertilizer Scheme 2023
केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जन उर्वरक परियोजना के तत्वावधान में वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना 2022 की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत यूरिया, डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी), म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) और एनपीकेई जैसे उर्वरकों को “भारत यूरिया,” “भारत डीएपी,” “भारत एमओपी,” और ब्रांड नामों के तहत बाजार में बेचा जाएगा। “भारत एनपीकेई।” केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी उर्वरक कारखानों, राज्य व्यापार कंपनियों और उर्वरक विपणन कंपनियों को निर्देश जारी किया है कि वे सभी सब्सिडी वाले बैग पर एक ही ब्रांड नाम और प्रधानमंत्री की भारतीय जन उर्वरक परियोजना का लोगो लगाएं। उर्वरक। इसका मतलब है कि अब देश के किसानों को एक समान खाद मिलेगी।
वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम के माध्यम से किसानों को फ़र्टिलाइज़र की बोरियों पर भारत ब्रांड का लोगो होने से यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह खाद केंद्रीय सब्सिडी वाला खाद है और किसान ब्रांड के चक्कर में नहीं पड़ेंगे। जिससे एक ब्रांड और दूसरी ब्रांड के बीच की असमानता खत्म हो जाएगी।
“वन नेशन, वन फर्टिलाइजर” योजना क्या है?
इस योजना के तहत, सभी उर्वरक कंपनियों, राज्य व्यापारिक संस्थाओं (एसटीई) और उर्वरक विपणन संस्थाओं (एफएमई) को उर्वरकों और लोगों के लाभ के लिए पीएमबीजेपी के नेतृत्व में उर्वरकों और लोगो के लिए समान “इंडिया” ब्रांड का उपयोग करना होगा। सभी रियायती मिट्टी के पोषक तत्व – यूरिया, डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी), म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी), और एनपीके – पूरे देश में एक ब्रांड- “भारत” के तहत विपणन किया जाएगा।
इस योजना के लागू होने से, भारत में भारत यूरिया, भारत डीएपी, भारत एमओपी, भारत एनपीके आदि जैसे सामान्य बैग डिजाइन पूरे देश में उपलब्ध होंगे।
नया “भारत” ब्रांड नाम और प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना (पीएमबीजेपी) लोगो लोगों के सामने दो-तिहाई उर्वरक पैकेट को कवर करेगा, और शेष एक-तिहाई निर्माता ब्रांड अपना नाम, लोगो और प्रदर्शित कर सकता है।
एक देश एक उर्वरक के माध्यम से किसानों को कम कीमत पर मिल सकेगा खाद एवं उर्वरक
भारतीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मांडविया जी ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों को यूरिया की कीमत के 80% की सब्सिडी देती है। इसके अतिरिक्त, डीएपी के लिए 65%, एमपीके के लिए 55%, और पोटाश के लिए 31% सब्सिडी उपलब्ध है। उर्वरकों की ढुलाई पर भी सरकार के वार्षिक 6000-9000 करोड़ रुपए खर्च होते हैं।
इस समय कई कंपनियां अलग-अलग नाम से उर्वरक बेचती हैं और इन्हें एक से दूसरे राज्य में भेजने पर ढुलाई लागत बढ़ती है। इससे किसानों को सही समय पर उर्वरक और खाद मिलने में समस्या होती है।
इसलिए, अब केंद्र सरकार एक देश एक उर्वरक द्वारा सब्सिडी देने वाले उर्वरक केवल “भारत ब्रांड” (Bharat Fertilizer) के नाम से बाजार में उतारे जाएंगे। इससे, सब्सिडी वाले उर्वरक और खाद की बढ़ती हुई कीमतों, कालाबाजारी और धंधाली को रोका जा सकेगा और किसानों को सही समय पर कम कीमत पर उर्वरक और खाद मिलेगा।
One Nation One Fertilizer Scheme का उद्देश्य
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना का मुख्य उद्देश्य भारत ब्रांड के तहत केंद्र सरकार द्वारा अनुदानित उर्वरकों और खाद को कम कीमत पर उपलब्ध कराना है। केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, उर्वरकों के नए थैलों के दो-तिहाई हिस्से पर इंडिया ब्रांड और प्रधानमंत्री भारतीय उर्वरक परियोजना लिखा होगा, जबकि एक तिहाई पर कंपनी का लोगो होगा। इससे किसानों को यह पहचानने में मदद मिलेगी कि उर्वरक केंद्र सरकार का है और वे कंपनी की ब्रांडिंग के झांसे में नहीं आएंगे। वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम 2022 के तहत सभी निजी और सरकारी कंपनियों को एक ही नाम से अपना फर्टिलाइजर बेचना होगा, जो इंडिया ब्रांड है।
One Nation One Fertilizer Yojana के लाभ
- खाद-उर्वरक की बोरियों पर नए डिजाइन छपने के बाद उत्पादों की काला-बाजारी और धांधली पर रोक लग सकेगी। आगर कोई उर्वरकों की खरीद-बिक्री में कालाबाजारी या धोखाधड़ी करता है तो उसके लिए दंड का प्रावधन भी रखा गया है।
- राष्ट्र एक उर्वरक के माध्यम से किसानों को रबी एवं खरीफ सीजन में सब्सिडी वाली खाद आसानी से प्राप्त हो सकेगी।
- बाजार में उपलब्ध सभी कंपनियां चाहे वह प्राइवेट या सार्वजनिक हो उनके द्वारा खाद-उर्वरक एक ही दाम पर बेचे जाएंगे। जिससे किसानों को इनकी खरीद में आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- सब्सिडी देने वाले उर्वरक को बेचने वाली सभी कंपनियों के द्वारा Bharat Fertilizer का लोगो इस्तेमाल करने से कंपनियों के बीच होने वाली असमानता खत्म हो जाएगी।
- One Nation One Fertilizer Yojana से किसानों को कम कीमत पर खेती के लिए खाद व उर्वरक प्राप्त हो सकेंगे।
FAQ
एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना क्या है?
एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य देश भर के किसानों को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण उर्वरकों तक पहुंच प्रदान करना है। योजना के तहत, सभी उर्वरक कंपनियां – चाहे सार्वजनिक हों या निजी – अपने उत्पादों को एक ही कीमत पर बेचेंगी, जिससे किसानों पर वित्तीय बोझ कम होगा।
वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम के लिए कौन पात्र है?
भारत में सभी किसान एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना के पात्र हैं।
वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम के क्या लाभ हैं?
एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना का उद्देश्य किसानों को वहनीय कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण उर्वरकों तक पहुंच प्रदान करना है, इस प्रकार उनके वित्तीय बोझ को कम करना है। यह उर्वरक कंपनियों के बीच उचित प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देगा और कालाबाजारी और मिलावट जैसे अनाचार को खत्म करने में मदद करेगा।
वन नेशन वन फर्टिलाइजर स्कीम कैसे लागू होगी?
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना पंजीकृत डीलरों और खुदरा विक्रेताओं के एक नेटवर्क के माध्यम से लागू की जाएगी, जो पूरे देश में एक ही कीमत पर उर्वरक बेचने के लिए अधिकृत होंगे। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान करेगी कि किसान उचित मूल्य पर उर्वरक खरीद सकें।
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना का लाभ किसान कैसे उठा सकते हैं?
किसान देश भर में पंजीकृत डीलरों और खुदरा विक्रेताओं से वन नेशन वन फर्टिलाइज़र योजना के तहत उर्वरक खरीद सकते हैं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान करेगी कि किसान उचित मूल्य पर उर्वरक खरीद सकें।