Samagra Gavya Vikas Yojana Bihar: किसानों के लिए आय का सबसे अच्छा जरिया पशुपालन साबित हो रहा है। इसे देखते हुए सरकार लगातार किसानों और बेरोजगार नागरिकों को इस व्यवसाय को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. बिहार सरकार ने पशुपालन से जुड़ी कई योजनाएं भी लागू की हैं, जिनमें से एक है समग्र गव्य विकास योजना। इस योजना के माध्यम से, सरकार बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और किसानों को मवेशियों की उच्च उपज वाली नस्लों के साथ डेयरी फार्म स्थापित करने के लिए धन उपलब्ध कराती है। पशुपालन में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस योजना के तहत आवेदन कर सकता है और आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बिहार सरकार ने इस योजना के लाभ के संबंध में एक आधिकारिक सूचना भी जारी की है। अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो जल्द से जल्द ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको समग्र गव्य विकास योजना से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे।
Samagra Gavya Vikas Yojana Bihar 2023
बिहार सरकार ने समग्र डेयरी विकास के लिए समग्र गव्य विकास योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से, बिहार सरकार ग्रामीण किसानों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के लिए डेयरी स्थापित करने के लिए धन उपलब्ध कराती है। इस योजना के तहत, बिहार सरकार 2 से 4 दुधारू पशुओं के साथ डेयरी स्थापित करने के लिए 200,000 रुपए से अधिक की सब्सिडी प्रदान करती है। अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए सरकार 75% की सब्सिडी प्रदान करती है। अन्य श्रेणियों के लिए, राज्य सरकार 50% की सब्सिडी प्रदान करती है। समग्र गव्य विकास योजना बिहार का लाभ उठाने के लिए कोई भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है और अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकता है। यह योजना राज्य में बेरोजगारी दर को कम करेगी और आय सृजन को बढ़ावा देगी।
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समग्र गव्य विकास योजना के बारे में संक्षिप्त जानकारी
योजना का नाम | Samagra Gavya Vikas Yojana Bihar |
शुरू की गई | बिहार सरकार द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के बेरोजगार युवा, महिलाएं एवं कृषक |
उद्देश्य | डेयरी स्थापित करने के लिए अनुदान प्रदान करना |
राज्य | बिहार |
Category | Bihar Govt Scheme |
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आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | https://dairy.ahdbihar.in/ |
Samagra Gavya Vikas Yojana का उद्देश्य
समग्र गव्य विकास योजना शुरू करने में बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य 2 से 4 डेयरी फार्म खोलने के लिए धन उपलब्ध कराकर ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार युवाओं और किसानों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इससे छोटे किसानों को डेयरी उत्पादन में अपनी उत्पादकता और लाभप्रदता में सुधार करने और राज्य की बेरोजगार आबादी को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी। इस योजना के माध्यम से राज्य की बेरोजगारी दर में कमी आएगी और बेरोजगार नागरिक आजीविका कमाने में सक्षम होंगे। यह योजना राज्य के नागरिकों को पशुपालन में संलग्न होने और अच्छी आय अर्जित करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी। इस योजना का लाभ उठाकर वे अच्छी आय कमा सकेंगे।
समग्र गव्य विकास योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- बिहार समग्र गव्य विकास योजना से ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों और बेरोजगार युवाओं को लाभ मिलेगा।
- राज्य सरकार इस योजना के तहत 2-4 दुधारू पशुओं की डेयरी इकाइयों की स्थापना के लिए धन उपलब्ध कराती है।
- अत्यंत सीमांत वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों के नागरिकों के लिए, सरकार 75% धन राशि प्रदान करती है।
- अन्य श्रेणियों के लिए, वित्त पोषण राशि का 50% प्रदान किया जाएगा। बेरोजगार नागरिक इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं और रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
- जो लोग पशुपालन में काम करना चाहते हैं उन्हें यह योजना अत्यधिक लाभकारी लगेगी।
- राज्य के नागरिक इस योजना के तहत अपनी डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए धन प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना के तहत दुधारू पशुओं के लिए डेयरी इकाइयों की स्थापना के लिए बिहार सरकार 2 लाख रुपये से अधिक की धनराशि प्रदान करती है।
- Samagra Gavya Vikas Yojana बेरोजगार नागरिकों के लिए आय का साधन प्रदान करेगी।
Samagra Gavya Vikas Yojana के component
क्र.स | अवयव | लागत मूल्य (रुपए में) | अन्य पिछड़ा वर्ग/अनुसूचित जाति/जनजाति | शेष वर्गों के लिए |
1 | 2 दुधारू मवेशी | 1,60,000/ | 1,20,000/ | 80,000/ |
2 | 4 दुधारू मवेशी | 3,33,400/ | 2,53,800/ | 1,69,200/ |
समग्र गव्य विकास योजना के लिए पात्रता
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक का बिहार में स्थायी निवास होना चाहिए।
- इस योजना के लिए पात्र होने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार किसान, युवा और महिलाएं इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- हर वर्ग से संबंधित सभी नागरिक समग्र गव्य विकास योजना के लिए पात्र होंगे।
Samagra Gavya Vikas Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- ऑनलाइन आवेदन की दो मूल प्रति
- इकाई स्थापित हेतु जमीन रशीद की छाया प्रति
- बैंक का डिफॉल्टर नहीं होने का शपथ पत्र
- परियोजना लागत का प्रति संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षण
- प्रमाण पत्र बैंक पासबुक
समग्र गव्य विकास योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
- गव्य विकास निदेशालय, बिहार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर “आधिकारिक लॉगिन” विकल्प पर क्लिक करें।
- लॉगिन पेज पर अपना मोबाइल नंबर, पासवर्ड और कैप्चा कोड दर्ज करें।
- “नया पंजीकरण” विकल्प पर क्लिक करें।
- एक नया पेज दिखाई देगा जहां आपको “रजिस्टर फॉर एप्लिकेशन” विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- एक पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा जहां आपको सभी आवश्यक विवरण सावधानीपूर्वक भरने होंगे जैसे कि आपका नाम, जन्म तिथि, जिला, गांव, पंचायत, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, ब्लॉक इत्यादि।
- सभी आवश्यक विवरण भरने के बाद, समग्र गव्य विकास योजना के लिए सफलतापूर्वक आवेदन करने के लिए “सबमिट” विकल्प पर क्लिक करें।
FAQs
समग्र गव्य विकास योजना क्या है?
समग्र गव्य विकास योजना बिहार सरकार द्वारा राज्य में पशुधन क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का उद्देश्य पशुधन की उत्पादकता में वृद्धि करना और ग्रामीण समुदायों के लिए आजीविका के स्रोत के रूप में पशुपालन को बढ़ावा देना है।
समग्र गव्य विकास योजना के लिए आवेदन करने के लिए कौन पात्र है?
यह योजना बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए है, जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक है और उनका मूल निवास बिहार में है।
मैं समग्र गव्य विकास योजना के लिए कैसे आवेदन कर सकता हूं?
इच्छुक आवेदक गव्य विकास निदेशालय, बिहार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें वेबसाइट पर उपलब्ध पंजीकरण फॉर्म में आवश्यक विवरण भरकर एक नया पंजीकरण बनाना होगा।
समग्र गव्य विकास योजना का उद्देश्य क्या है?
समग्र गव्य विकास योजना का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देकर, किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करके और पशुधन की उत्पादकता में वृद्धि करके ग्रामीण समुदायों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।
समग्र गव्य विकास योजना के क्या लाभ हैं?
यह योजना किसानों को पशुओं की खरीद, पशु शेड के निर्माण और पशुपालन से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता, तकनीकी प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य पशुधन के समग्र स्वास्थ्य और उत्पादकता में सुधार करना है, जिससे ग्रामीण समुदायों की आय में वृद्धि हो सकती है।
बिहार में पशुधन क्षेत्र के विकास में समग्र गव्य विकास योजना कैसे मदद कर रही है?
इस योजना ने पशुपालन को बढ़ावा देकर, किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करके, और पशुधन के समग्र स्वास्थ्य और उत्पादकता में सुधार करके बिहार में पशुधन क्षेत्र को बहुत आवश्यक बढ़ावा दिया है। इससे न केवल ग्रामीण समुदायों की आय में वृद्धि हुई है बल्कि इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा हुए हैं।