Mission Karmayogi Yojana: 2 सितंबर 2020 को सरकार ने पीएम नरेंद्र मोदी के अग्रणीता में मिशन कर्मयोगी योजना को मंजूरी दी है। यह योजना सिविल अधिकारियों की क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रारंभ की गई है। हम इस लेख के माध्यम से मिशन कर्मयोगी योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। हम इस लेख में मिशन कर्मयोगी योजना के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नों को शामिल करेंगे, जैसे योजना का उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, संगठनात्मक ढांचा, और iGOT कर्मयोगी मंच। यदि आप मिशन कर्मयोगी योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें।
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Mission Karmayogi Yojana 2023
मिशन कर्मयोगी योजना के द्वारा सरकारी कर्मचारियों के स्किल डेवलपमेंट पर काम किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत, ट्रेनिंग और ऑनलाइन सामग्री के माध्यम से कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाएगा । योजना में साइड बाय साइड ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार करना भी है। नियुक्ति के बाद, सिविल अधिकारियों को कौशल विकास के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि उनका प्रदर्शन बेहतर हो सके। मिशन कर्मयोगी योजना 2023 को दो मार्गों पर चलाया जाएगा – सवचालित और निर्देशित मार्ग। योजना का प्रबंधन पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में किया जाएगा और इसमें नई हाई परिषद चुने गए केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
मिशन कर्मयोगी योजना की संक्षिप्त जानकारी
योजना का नाम | Mission Karmayogi Yojana |
किस ने लांच की | भारत सरकार |
लाभार्थी | सरकारी कर्मचारी |
उद्देश्य | कर्मचारियों का कौशल विकास करना। |
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Category | Central Government Scheme |
साल | 2023 |
सिविल सेवा में किए गए मिशन कर्मयोगी के परिणामस्वरूप बदलाव
सिविल सेवा से जुड़े सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी कभी भी इस योजना के तहत प्रदान की जा रही ट्रेनिंग से जुड़ सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ाने के लिए मोबाइल, लैपटॉप आदि के माध्यम से ट्रेनिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस ट्रेनिंग में, विभाग के अलग-अलग टॉप सलाहकारों को भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही, इस योजना ने ऑफ साइट सीखने के कॉन्सेप्ट को बेहतर बनाने के लिए ऑन द साइट सीखने के सिस्टम पर भी ध्यान दिया है। Mission Karmayogi Yojana के लिए सरकार ने 5 साल का बजट निर्धारित किया है, जिसमें कुल 510.86 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
मिशन कर्मयोगी योजना का उद्देश्य
मिशन कर्मयोगी योजना के मुख्य उद्देश्य है सरकारी कर्मचारियों की क्षमताओं का विकास। इसके लिए सरकार द्वारा कई संशोधन किए जाएंगे, जैसे कि कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी और ई-लर्निंग कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के माध्यम से सरकारी कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह बताया है कि मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भविष्य के लिए भारतीय सिविल सेवक को अधिक रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय, पेशेवर, प्रगतिशील, ऊर्जावान, सक्षम, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाने का है।
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मिशन कर्मयोगी योजना के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में चलाने का प्लान
हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, मिशन कर्मयोगी योजना को चलाया जाएगा। इसमें केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इसके साथ ही, सार्वजनिक मानव संसाधन परिषद, क्षमता निर्माण आयोग, ऑनलाइन परीक्षण के लिए iGOT तकनीकी मंच, विशेष उद्देश्य वाहन, और कैबिनेट सचिव द्वारा अध्यक्षता की जाने वाली सामान्य इकाई भी शामिल की गई है।
What Is iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म ?
iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से, डिजिटल लर्निंग सामग्री को उपलब्ध कराया जाएगा। iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म का लक्ष्य एक ई-लर्निंग सामग्री के लिए वैश्विक स्तर पर बाजार बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। iGOT कर्मयोगी के माध्यम से कर्मचारियों की क्षमता निर्माण को ई-लर्निंग कंटेक्ट के माध्यम से समर्पित किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। इसमें परीक्षा की तारीख की पुष्टि, तैनाती, कार्य निर्धारण, रिक्तियों की सूचना आदि शामिल होंगी।
कर्मयोगी योजना मिशन के अंतर्गत किन कौशल को विकसित किया जाएगा
मिशन कर्मयोगी योजना 2023 के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से कर्मचारियों के कई कौशलों का विकास किया जाएगा, जैसे कि:
- क्रिएटिविटी (सृजनशीलता)
- कल्पनाशीलता
- इनोवेटिव (नवाचारी)
- प्रोएक्टिव (सक्रिय)
- प्रगतिशील (अग्रगामी)
- ऊर्जावान (उत्साही)
- सक्षम (क्षमतावान)
- पारदर्शी (प्रत्यक्ष)
- तकनीकी तौर पर दक्ष आदि।
ये सभी कौशल कर्मचारियों को समर्पित होंगे और उनकी प्रगति और सशक्तिकरण में मदद करेंगे।
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Mission Karmayogi के लाभ तथा विशेषताएं
- योजना की शुरुआत: 2 सितंबर 2020 को हुई।
- नेतृत्व: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित।
- सिविल अधिकारियों के क्षमता विकास: iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेनिंग द्वारा प्रयास किया जाएगा।
- ऑन द साइड ट्रेनिंग: योजना में ऑन द साइड ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
- पारदर्शिता और कार्य शैली में सुधार: योजना के माध्यम से प्रणाली में पारदर्शिता को बढ़ाया जाएगा और अधिकारियों की कार्य शैली में सुधार किया जाएगा।
- दो मार्ग: Mission Karmayogi Yojana 2023 के दो मार्ग होंगे – सर्वचलित और निर्देशित।
- सहयोगी संगठन: योजना में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक नई एचआर परिषद, चयनित केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
- iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म: योजना के सफल संचालन के लिए iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन कांटेक्ट उपलब्ध कराया जाएगा।
- 9. बजट: मिशन कर्मयोगी योजना के लिए सरकार द्वारा 5 वर्षों के लिए 510.86 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
- कवरेज: यह योजना लगभग 46 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है।
- स्वामित्व वाली विशेष परियोजना वाहन कंपनी: योजना के अंतर्गत एक स्वामित्व वाली विशेष परियोजना वाहन कंपनी का गठन किया जाएगा, जो iGOT कर्मयोगी की प्लेटफॉर्म का स्वामित्व और प्रावधान करेगी।
- स्किल डेवलपमेंट: मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत कई सारी स्किल डेवलप की जाएगी जैसे कि क्रिएटिविटी, कल्पनाशीलता, इनोवेटिव, प्रगतिशील, ऊर्जावान, पारदर्शिता आदि।